तेरे दिल पे मैंने दस्तक दी
पर तुझको खबर ना आई
मुझको ये जिसने छुआ है
ये तू है या फिर हवा है
दिल को सही जो लगने लगा है
मुझको गलत क्यों लगा
पर तुझको खबर ना आई
मुझको ये जिसने छुआ है
ये तू है या फिर हवा है
दिल को सही जो लगने लगा है
मुझको गलत क्यों लगा
इल्जाम इश्क का कुबूल कर लिया
इल्जाम ना लगे तो इश्क क्या किया
इल्जाम इश्क का कुबूल कर लिया
इल्जाम ना लगे तो इश्क क्या किया
बदनामियों से दिल डरता नहीं है
सरेआम तुझपे मरने लगा
गलती से भी वो जो करना नहीं था
वही काम दिल ये करने लगा
है लफज़ आंखों में उलझे क्यों बातों में
कुछ तो कह रही चुप तो है नहीं खामोशियां
है नींद पर सो ना पाए डर है तेरे हो ना जाए
दिल को सही जो लगने लगा
है मुझको गलत क्यों लगा