था मैं कागज का फूल
महकाया है अपना बना के
मुसाफिर खोया सा मैं
मंज़िलें मिल गई तुझको पाके
महकाया है अपना बना के
मुसाफिर खोया सा मैं
मंज़िलें मिल गई तुझको पाके
थी अधूरी सी मैं भी तेरे बिना
थाम के हांथो को तूने पूरा किया
जीतनी दफा तुझे देखा तो दिल
मुझसे इश्क़ा इश्क़ा कहने लगा
जीतनी दफा तुझे देखा तो दिल
मुझसे इश्क़ा इश्क़ा कहने लगा
तिनका तिनका जोड़ के हमको
खुद ही बनाना है अपना जहां
गिरते संभलते साथ में चलते
तय करना है ये रास्ता
मेरी आँखों से देखे तू सपने तेरे
ख्वाहिशों को तेरी दू मैं अपना जहां
जीतनी दफा तुझे देखा तो दिल
मुझसे इश्क़ा इश्क़ा कहने लगा
जीतनी दफा तुझे देखा तो दिल
मुझसे इश्क़ा इश्क़ा कहने लगा