मंजिल मिल गई
रूठी टूटी खाहिशा दी
गल्लां मन गई
तेरा साया हुआ मेहरबान
तेरा साया हुआ मेहरबान
जानिया हो
जानिया जानिया
जानिया जानिया
किस्मत ते छाई गम दी
घटा मुड़ गई
तेरी मेरी लकीरों को
मंजिल मिल गई
रूठी टूटी खाहिशा दी
गल्लां मन गई
फरियादें चली चारो पहर
सुनी ये राहों पे बिछियां नज़र
फरियादें फरियादें
फरियादें चली चारो पहर
सुनी ये राहों पे बिछियां नज़र
प्यास आस नू ना मिले
डर दिल नू ना धड़कन दी खबर
तेरा साया हुआ मेहरबान
तेरा शाया हुआ मेहरबान
जानिया जानिया
जानिया जानिया
तेरे नग्में बने
मेरी नज़म
खुदा ने लिखा है
ऐसा मिलन
खुदा ने खुदा ने
तेरे नग्में बने
मेरी नज़म
खुदा ने लिखा है
ऐसा मिलन
तन्हा रहना ना इक पल भर
जिस्म रूह जा तेरे नज़र
तेरा साया हुआ मेहरबान
तेरा साया हुआ मेहरबान
जानिया जानिया
जानिया जानिया
किस्मत ते छाई गम दी
घटा मुड़ गई
तेरी मेरी लकीरों को
मंजिल मिल गई
रूठी टूटी खाहिशा दी
गल्लां मन गई