हवाओं मे महक मिठी
दिन कोई खास है
हवाओं मे महक मिठी
दिन कोई खास है
आहट है आज लगी
पिया आस पास है
दिन कोई खास है
हवाओं मे महक मिठी
दिन कोई खास है
आहट है आज लगी
पिया आस पास है
पलकों पे बिठाऊँगी
अँखियों में सजाऊँगीं
सपने मै जगाऊँगी
रतियन में
दूरी जाए ना सही बिती जाए रैना
जिया जाए ना पिया आए ना
बस अब रांह देखे मेरे नयना
पिया आए ना जिया जाए ना
बस अब रांह देखे मेरे नयना
चांद को ताकते रात कैसे ढलें
चांद को ताकते रात कैसे ढलें
बेरूखी करवटे बेचैनी सिलसिले
दिल चाहे ना
मिल जाओ ना
मनवा लागे ना कही खोए है चैना
जिया जाए ना पिया आए ना
बस अब रांह देखे मेरे नयना
जिया जाए ना पिया आए ना
बस अब रांह देखे मेरे नयना
आप के जंग की जीत की कहांनियां
आप के जंग की जीत की कहांनियां
रोज होती है यहां सब के लबों से बयान
कब आओगे रांझना
दिख जाओगे आज ना
आसमां मे छा गया गेरूआ रंग ना
जिया जाए ना पिया आए ना
बस अब रांह देखे मेरे नयना
जिया जाए ना पिया आए ना
बस अब रांह देखे मेरे नयना