कस्तूरी सी है आदत तुम्हारी
लागे लगे नहीं छुटे छुड़ाए
पानी में जैसा घुलता नमक है
मुझ में तू बस नजर नहीं आये
धागे बिना तुझसे रूह जुड़ गई है
ख्वाबों में भी है तेरी सिलसिले
दारियां
एक जैसा हाल तेरा मेरा
इश्क है मिसाल तेरा मेरा
बहने लगी है आज देखो
रेतों पर भी कश्तियां
एक जैसा हाल तेरा मेरा
इश्क है मिसाल तेरा मेरा
सजने लगी हजारों ख्वाबों से खाली थी
जो कभी पलकों की बस्तियां
रब ने बनाए हैं रंग इतने
तेरी वफा का रंग सबसे सुरख है
जितनी दफा ना धड़का है ये दिल
उतनी दफा यार तेरा जिक्र है
आगे तेरे ना नजर कोई आए
मुझपे चले सिर्फ तेरी ही मनमानिया
एक जैसा हाल तेरा मेरा
इश्क है मिसाल तेरा मेरा
बहने लगी है आज देख
रेतों पे भी कश्तिया
एक जैसा हाल तेरा मेरा
इश्क है मिसाल तेरा मेरा
सजने लगी हजारों ख्वाबों से खाली थी
जो कभी पलकों की बस्तियां