क्यों ऐसे बरस गए
बिछड़े हैं बस राहों से
कब दिल से अलग हुए
आसू समझ के हमको
आसू समझ के हमको
बहाना तुम कभी नहीं
कहना गलत गलत
कहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
कहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
ना लिख सको हमें
तो मिटाना सही सही
कल रात तुम कहाँ थे
कल रात तुम कहाँ थे
बताना सही सही
कहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
जाने से तेरे ख़फ़ा नहीं हैं
रोके तुझे कोई वजह नहीं है
तूने दिया इतना हक है कहां
मिलने की ना हो जहां उम्मीदें
तो दूरियों में मजा मजा नहीं है
सीने में रखना मेरी खामियां
इस बार जब मिलो तो
इस बार जब मिलो तो
गिनाना सही सही
कहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
दुशवारियों को मेरा
तुम ठिकाना बता दो
अपने लबों को लेकिन
मुकुराना सिखा दो
हर दुआ में तुम्हारी
खातिर मांगते हैं हम
पलकें हैं मेरी हाजिर
भीगा दो या बहा दो
रोलेंगे हम मज़े से
रोलेंगे हम मज़े से
रुलाना सही सही
कहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
कहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
हम कौन थे तुम्हारे
हम कौन थे तुम्हारे
बताना सही सही