खुदाया मुझे इश्क की आग जलाए
खुदाया मुझे इश्क का दर्द रुलाए
कहीं से मेरे दिल की दवा ले आ
खुदाया मेरे दिल की दवा ले आ
खुदाया मुझे इश्क का दर्द रुलाए
कहीं से मेरे दिल की दवा ले आ
खुदाया मेरे दिल की दवा ले आ
तू जुदा होकर देख ले
है जुदाई का दर्द क्या
जीना उसके बिना है तो
जीने मरने में फर्क क्या
तूने दीवाना जो बनाया
तो माना मैं खुदाया ये तेरी
रज़ा है ना
अल्लाह-हू-अल्लाह तू आसरा दे
अल्लाह हू अल्लाह दिल ना दुखा रे
खुदाया मुझे इश्क की आग जलाए
खुदाया मुझे इश्क का दर्द रुलाए
कहीं से मेरे दिल की दवा ले आ
खुदाया मेरे दिल की दवा ले आ
अल्लाह-हु-अल्लाह मेरे मौला…
अल्लाह-हु-अल्लाह मौला… रे मौला…
तेरी रहमत का वास्ता
तू दिखा कोई रास्ता
दिल जलने को ना जा छोड़ के
तर-ब-तर हो मोहब्बतें
ये भी है कोई शर्त क्या
जीना उसके बिना है तो
जीने मरने में फर्क क्या
तूने दीवाना जो बनाया
तो माना मैं खुदाया
ये तेरी रजा है ना
तूने दीवाना जो बनाया
तो माना मैं खुदाया
ये तेरी रजा है ना
अल्लाह-हु-अल्लाह तू आसरा दे
अल्लाह-हु-अल्लाह दिल ना दुखा रे