मैं निकला गड्डी लेके
हो रास्ते पर हो सड़क में
एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
हो एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
रब जाने कब ग़ुज़ारा अमृतसर
हो कब जाने लाहौर आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
उस मोड़ पे वो मुटियार मिली
हो उस मोड़ पे वो मुटियार मिली
जट्ट यमला पागल हो गया
उसकी जुल्फों की छाँव में
मैं बिस्तर डाल के सो गया
हो जब जागा ये भागा
सब फाटक सब सिग्नल
मैं तोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
हो एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
शर्मा के वो यूं सिमट गई
शर्मा के वो यूं सिमट गई
जैसे वो नींद से जाग गई
मैंने कहा गल्ल सुन ओह कुड़िये
वो डर के पीछे भाग गई
वो समझी घर उसके
चोरी से हो चुपके से
कोई चोर आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
हो एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
हो एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया
हेरीये!
एक मोड़ आया
मैं ओथे दिल छोड़ आया