मी बरस Meeh Baras Lyrics in Hindi – Rochak Kohli

है भीगा मौसम
नम सी ठंडी आंधी
लेकिन तुम नहीं हो
तो अब मैं रो के भीगूं
या भीग के रोऊं
फर्क किसे पड़ता है

मी बरस रहा सी
जी तरस रहा सी
मी बरस रहा सी
सजना हाय

मी बरस रहा सी
जी तरस रहा सी
मी बरस रहा सी सजना
जी तरस रहा सी

साडे यार हो गए बेगाने
कोई दिल का हाल न जाने
दिल तेनू यार बुलावे
आ जाए किसी तरह

मी बरस रहा सी (भीगती आँख)
जी तरस रहा सी (भीगती आँख)
मी बरस रहा सी (भीगती आँख)
सजना हाय

सावन बरसता लेकिन भीगती आँख
मैं ठहरा गलत, हमेशा ही तो ठीक थी आप
शोर शराबे में मेरा संगीत थी आप
हरा दिया मुझे लेकिन है क्या अब जीत गई आप

और सुनिए
जहां भी जाऊं मौजूद थी आप
मैं बिगड़ा हुआ था तो मेरा कानून थी आप
मैं खोया खोया भटका सा था फिर रहा ज़माने में
पर वापस लाती मुझे थी बस ढूंढती आप

अब तेरे बिना बादल बरसे कहां ये
सर्दियां लगती मुझे ना सर्द अब यहां पे
खुद को ही मैं पसंद नहीं आता
ओ मेरी जान तू आके हमें हमसे बचाले
तुझमें डूबूं बाकी सब हैं किनारे
सहूं मैं तुझे रहूं तेरे मैं सहारे
लगे ना कुछ भी है ठीक तेरे बिना
मिटा गिला आके मिल और हमें गले से लगा ले

लुक लुक तेनू रहां तक्कदा
सोणिया मैं तेरे नाल ही बसदा
आज मेरे सपने में आ विण
दिल मेरे नज़दीक ही तू रख जा

तेरे बिन मैं नहीं यो रहना
सारे जग को जा जा कहना
मैनू यार मेरा मिल जा वे
आज होना बेपरवाह

मी बरस रहा सी (भीगती आँख)
जी तरस रहा सी (भीगती आँख)
मी बरस रहा सी (भीगती आँख)
सजना हाय

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