ओ पिया तू ही बता अब कैसे बतलाऊं
तेरी बाहों के सिवा अब मैं कहां जाऊं
तेरी नगरी तेरी डगरी तेरे ही पैया
जो तू दिल से ना लगाए मैं कहां जाऊं
तेरी बाहों के सिवा अब मैं कहां जाऊं
तेरी नगरी तेरी डगरी तेरे ही पैया
जो तू दिल से ना लगाए मैं कहां जाऊं
दूर तुझसे एक पल भी लागे रे बरसों
अब के सावन ना मिले जो बीते ना अरसो
अब मोसे नैना मिला ले तू ओरे पिया
अब मोहे दिल से लगा ले तू ओरे पिया
तेरी चौखट तेरी छत और तेरी ही छैया
अब मोसे नैना मिला ले तू ओरे पिया
जब सूद तुझसे लगा फिर कहीं भी ना लगा
बाहो में तेरी बस हसता रहा
जब से दिल तुझसे जुड़ा फिर कहीं भी ना मुड़ा
बाहों में तेरी बस उड़ता रहा
तेरा चंदा तेरे तारे तेरी ही रहना
सारा अंबर एक तरफा एक तरफ नैना
अब मोसे नैना मिला ले तू ओरे पिया
अब मोहे दिल से लगा ले तू ओरे पिया