नज़र तेरी तूफान है
बिगड़ रहा ईमान है
कि रात हमसे कह रही
आ चुप को तोड़ दें
बिगड़ रहा ईमान है
कि रात हमसे कह रही
आ चुप को तोड़ दें
हवा ज़रा मदहोश है
हवा ज़रा हैरान है
कि रात हमसे कह रही
तकल्लुफ छोड़ दें
कि तेरे दिल में
खाली सी है जो जगह
उसमें मुझे राज़ सा
रह जाने दे
कि तेरे दिल में
खाली सी है जो जगह
उसमें मुझे राज़ सा
रह जाने दे
संभलना है मुश्किल ज़रा
बिखर ना भी आसान है
कि रात हमसे कह रही
आ चुप को तोड़ दें
ये वक़्त जैसे थम गये
ये तुझमें मुझमें गुम गया
ये होंठ जैसे ही मिले
बचा कुछा वहम गया
रात भर हम ढूँढ के
सुबह कहीं से लायेंगे
सुबह की धूप में पिघल
की कुछ करीब आएंगे
नहीं नहीं है ये मगर
हसीन सी पहचान है
कि रात हमसे कहे रही
तकल्लुफ छोड़ दें
कि तेरे दिल में
खाली सी है जो जगह
उसमें मुझे राज़ सा
रह जाने दे
कितने तेरे दिल में
खाली सी है जो जगह
उसमें मुझे राज़ सा
रहे जाने दे
रहे जाने दे
रहे जाने दे
रहे जाने दे
रहे जाने दे