ये चलती हवाएं
दुवाएं दे रही हैं
सुनो न कह रही हैं
क्या ये भला
दुवाएं दे रही हैं
सुनो न कह रही हैं
क्या ये भला
ये वादियाँ भी हँस के
बलाएँ ले रही हैं
असर इस तरह
का है तेरा
पहली बार इश्क़ हुआ
जैसे आँखों को तेरा हो नशा
जैसे तेरा बस तेरा ही नज़ारा पिया
ये पेड़ों से जो रोशनी
रस्ते पर झाँक रही है
असल में चुपके चुपके
तुझी को ताक रही है
ये कोयल पपीहे की धुन सब
तेरे राग में है समाई
ये झरने, नदी और किनारे
हैं खुश जो तू मिलने आई
जो हैं ग़म के मारे
पता तेरा पूछते हैं
लोग मेरे जैसे तुझको
ख़ुदा कह के पूजते हैं
रंगों में तेरा रंग घुला
जैसे रौशन तू न पहले सुबह ऐसे
ऐसा है तेरा ये नज़ारा पिया