भूल के तू ग़म चलना दो क़दम
अब मुस्कुरा के, अब मुस्कुरा के
आँखें ना चुरा, सर उठा ज़रा
दुनिया है आगे, नई दुनिया है आगे
अब मुस्कुरा के, अब मुस्कुरा के
आँखें ना चुरा, सर उठा ज़रा
दुनिया है आगे, नई दुनिया है आगे
हुई है ग़लतियाँ, है मान जो लिया
कोई रोकेगा क्या, बढ़ते कदम
दिल सच्चा है तेरा, तू जानता है ना
अब खुद को यूँ न दे दे तू सज़ा
जो हुआ सो हुआ, ओ बंदेया
जो हुआ सो हुआ, ओ बंदेया
कुछ सीखा कुछ खोया, ओ बंदेया
जो हुआ सो हुआ
जो हुआ सो हुआ
कुछ सीखा कुछ खोया
कुछ सीखा कुछ खोया
है कोरे काग़ज़ सी ज़िंदगी अब
चल कुछ नया लिखते हैं यारा
ग़म की जो शामें थी सहली सब
खुशियों के दिन अब दिखते हैं
बहके थे थोड़ा सा, है मान जो लिया
कोई रोकेगा क्या, बढ़ते कदम
दिल सच्चा है तेरा, तू जानता है ना
अब खुद को यूँ न दे दे तू सज़ा
जो हुआ सो हुआ, ओ बंदेया
जो हुआ सो हुआ, ओ बंदेया
कुछ सीखा कुछ खोया, ओ बंदेया
जो हुआ सो हुआ
जो हुआ सो हुआ
कुछ सीखा कुछ खोया
कुछ सीखा कुछ खोया
जो हुआ सो हुआ, ओ बंदेया
कुछ सीखा कुछ खोया, ओ बंदेया