Sai Baba evening aarti lyrics in Hindi

Sai Baba evening aarti lyrics in Hindi आरती उतारे हम तुम्हारी साई बाबा । चरणों के तेरे हम पुजारी साईं बाबा ॥ विद्या बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो हे जगदाता अवतारे, साईं बाबा । आरती उतारे हम तुम्हारी साई बाबा ॥ ब्रह्म के सगुण अवतार तुम … Read more

Nagendra Haraya Trilochanaya Lyrics In Hindi

Nagendra Haraya Trilochanaya Lyrics In Hindi नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय: ॥ मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय । मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय: ॥ शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय । श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय: ॥ अवन्तिकायां विहितावतारं … Read more

Sunderkand Path Lyrics In Hindi – सुन्दर काण्ड श्री रामचरित मानस

Sunderkand Path Lyrics In Hindi ॥श्लोक॥ शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं। ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्॥ रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं। वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्॥१॥ नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा॥ भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंगव निर्भरां मे। कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च॥२॥ अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं। दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्॥ सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं। रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥३॥ ॥चौपाई 1॥ जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत … Read more

Brahma Murari Surarchita Lingam Lyrics In Hindi

Brahma Murari Surarchita Lingam Lyrics In Hindi ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम्। जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥१॥ देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम्। रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥२॥ सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गं बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम्। सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥३॥ कनकमहामणिभूषितलिङ्गं फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम्। दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥४॥ कुङ्कुमचन्दनलेपितलिङ्गं पङ्कजहारसुशोभितलिङ्गम्। सञ्चितपापविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥५॥ देवगणार्चितसेवितलिङ्गं भावैर्भक्तिभिरेव च लिङ्गम्। दिनकरकोटिप्रभाकरलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥६॥ अष्टदलोपरिवेष्टितलिङ्गं सर्वसमुद्भवकारणलिङ्गम्। अष्टदरिद्रविनाशितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥७॥ सुरगुरुसुरवरपूजितलिङ्गं सुरवनपुष्पसदार्चितलिङ्गम्। परात्परं … Read more

Shiv Aarti Lyrics

Shiv Aarti Lyrics जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा । ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे । हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥ दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे। त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥ अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी … Read more

Jai Shiv Shankar Jai Gangadhar Lyrics

Jai Shiv Shankar Jai Gangadhar Lyrics जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे, जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार हरे जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार हरे, जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित अनन्त अपार हरे, निर्गुण जय जय, सगुण अनामय, निराकार साकार हरे। पार्वती पति हर-हर शम्भो, पाहि पाहि दातार हरे॥ जय रामेश्वर, जय नागेश्वर … Read more

Sheesh Gang Ardhang Parvati Lyrics

Sheesh Gang Ardhang Parvati Lyrics शीश गंग अर्धंग पार्वती सदा विराजत कैलासी लिरिक्स शीश गंग अर्धंग पार्वती, सदा विराजत कैलासी नंदी भृंगी नृत्य करत हैं, धरत ध्यान सुर सुखरासी शीतल मन्द सुगन्ध पवन, बह बैठे हैं शिव अविनाशी करत गान गन्धर्व सप्त स्वर, राग रागिनी मधुरासी यक्षरक्ष भैरव जहँ डोलत, बोलत हैं वन के वासी … Read more

Ekbar Biday De Ma Ghure Ashi Lyrics

Ekbar Biday De Ma Ghure Ashi Lyrics একবার বিদায় দে মা ঘুরে আসি একবার বিদায় দে মা ঘুরে আসি, হাসি হাসি পরব ফাঁসি, দেখবে ভারতবাসী আমি হাসি হাসি পরব ফাঁসি দেখবে ভারতবাসী। একবার বিদায় দে মা ঘুরে আসি একবার বিদায় দে মা ঘুরে আসি।। কলের বোমা তৈরি করে দাঁড়িয়ে ছিলাম রাস্তার ধারে মা গো, কলের … Read more

Hey Gopal Krishna Karu Aarti Teri Lyrics

Hey Gopal Krishna Karu Aarti Teri Lyrics Hey Gopal Krishna Karun Aarti Teri Lyrics in Hindi हो.. ओ..ओ…आ…आ… हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी हे प्रिया पति मैं करूँ आरती तेरी हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी हे प्रिया पति मैं करूँ आरती तेरी तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाऊं सांज-सवेरे तेरे गुण गाउँ प्रेम … Read more

Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics – आरती कुंजबिहारी की

Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics – आरती कुंजबिहारी की आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला । गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली । … Read more