सबका नाम भूल जाए
पर ये ना भूल जाए
कि शेर ने, साँप ने और जाट ने
कभी ना छेड़ा करते
रे बड़े-बड़े चौधरी
ना मुझसे नज़र मिलाए
रे बड़े-बड़े चौधरी
ना मुझसे नज़र मिलाए
मेरे सैयां, मेरे सैयां
मेरे सैयां, सैयां सैयां
सैयां की बंदूक चले धायें धायें
ओ मेरे सैयां की बंदूक चले
थायें थायें, धायें धायें
ओ घोड़े रखे काले-चिट्टे
कबूतर, गाड़ी काली
ओ रांझे की परछाई लगे
पहन के बालम बालियां
ओ मेरे बेबी, ओ मेरे शोना
ओ मेरे दिल के चैन
ओ मेरे नैना को लग गई लत
देख के तेरे नैन
ओ नशा है ऐसा,
यार तेरे के होश उड़-उड़ जाए
तेरे सैयां, तेरे सैयां
तेरे सैयां की बंदूक चले
धायें, धायें, धायें
ओ तेरे सैयां की बंदूक चले
धायें, धायें, धायें
ओ तेरे सैयां की बंदूक चले
धायें, धायें, धायें
ओ लैंबॉर्गिनी घर के भीतर
बने जो गुंडे खाएं चित्तर
शेर ने मारे जिभ-जिभ
मारे, जाट ना मारे तितर-बितर
ओ लैंबॉर्गिनी घर के भीतर
बने जो गुंडे खाएं चित्तर
शेर ने मारे जिभ-जिभ
मारे, जाट ना मारे तितर-बितर
ओ तेरी गली की छोरियां
मेरे घर के भीतर आए
तेरे सैयां, तेरे सैयां
तेरे सैयां की बंदूक चले
धायें, धायें, धायें
ओ तेरे सैयां की बंदूक चले
धायें, धायें, धायें
ओ तेरे सैयां की बंदूक चले
धायें, धायें, धायें