शिद्दत Shiddat Lyrics in Hindi – Kumar Sanu

तुझको बनाकर अपना खुदा
जहाँ को मैं भुला दूँ

हर राह मेरी तुझ पे रुके
दिल से सजदा यहीं मैं करूँ

तुझ में ही मिट जाना है मुझे
तुझ जन्नत बना लूँ

शिद्दत से माँगी दुआ हो तुम
काफ़िर इस दिल की पनाह बना लूँ

जाए ना वो आदत कभी मेरी
तुझको मैं वो जीत बना लूँ

तुझ में ही मिट जाना है मुझे
तुझ जन्नत बना लूँ

तेरे इश्क में है अब मेरी रिहाई
तुझ में ही है अब मेरी फ़िदाई

तेरे इश्क में है अब मेरी रिहाई
तुझ में ही है अब मेरी फ़िदाई

टूट न जाए धागा कभी
तुझ रेशम बना लूं

तुझ में ही मिट जाना है मुझे
तुझ जन्नत बना लूं

अधूरी थी लिखी किताबें वो
मिल गई उस पर इश्क की वफ़ाई

अधूरी थी लिखी किताबें वो
मिल गई उस पर इश्क की वफ़ाई

अपने वश में हो अगर
वक़्त को भी मैं कैद कर लूं

तुझ में ही मिट जाना है मुझे
तुझ जन्नत बना लूं

तुझको बनाकर अपना खुदा
जहाँ को मैं भुला दूँ

हर राह मेरी तुझ पे रुके
दिल से सजदा यहीं मैं करूँ

तुझ में ही मिट जाना है मुझे
तुझ जन्नत बना लूं

शिद्दत से माँगी दुआ हो तुम
काफ़िर इस दिल की पनाह बना लूं

जाए ना वो आदत कभी मेरी
तुझको मैं वो जीत बना लूं

तुझ में ही मिट जाना है मुझे
तुझ जन्नत बना लूं

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