शिव शम्भू सा निराला कोई देवता नहीं है भजन लिरिक्स
शिव शम्भू सा निराला कोई देवता नहीं है भजन लिरिक्स शिव शम्भू सा निराला, कोई देवता नहीं है, जैसा भी है डमरू वाला, कोई देवता नहीं है।। सर पे बसी है गंगा, माथे पे चन्द्रमा है, नंदी की है सवारी, अर्धांगिनी उमा है, गले सर्प की है माला, कोई देवता नहीं है, जैसा भी है … Read more