मानव तू है मुसाफिर भजन लिरिक्स Manav Tu Hai Musafir Lyrics

मानव तू है मुसाफिर भजन लिरिक्स Manav Tu Hai Musafir Lyrics, Raam Bhajan by Pujya Rajan Ji Maharaj मानव तू है मुसाफिर,दुनियाँ है धर्मशाला,मानव तू है मुसाफ़िर,दुनिया है धर्मशाला। संसार क्या है सपना,वो भी अजब निराला,(मानव तू है मुसाफिर,दुनियाँ है धर्मशाला ) ये रैन है बसेरा,है किराए का ये डेरा,उसमे फँसा है ये फेरा,ये तेरा … Read more