ओ बेदर्दी यारा मैं था तुम्हारा
मेरी आशिकी को कोई सहारा न मिला
कैसा ये मंज़र है बस ये इश्क है
ये ज़ख्म नहीं तो तूने फिर क्या दे दिया
मेरी आशिकी को कोई सहारा न मिला
कैसा ये मंज़र है बस ये इश्क है
ये ज़ख्म नहीं तो तूने फिर क्या दे दिया
अब कैसी दूर होगी तेरी नाराज़गी
मेरी जान लेती है तेरी खामोशी
अब कैसी दूर होगी तेरी नाराज़गी
मेरी जान लेती है तेरी खामोशी
कहा खो गई तेरी सादगी
तू भूल गई वो बातें सभी
कहा खो गई तेरी सादगी
तू भूल गई वो बातें सभी
यादें तेरी बस गई जिसमें था प्यार तेरा
पल थे वो कितनी हसीं जब तेरा साथ मिला
क्या वजह है तेरे नज़र अंदाज़ की
क्या कदर की तूने मेरे प्यार की
अब कैसी दूर होगी तेरी नाराज़गी
मेरी जान लेती हैं तेरी खामोशी
अब कैसी दूर होगी तेरी नाराज़गी
मेरी जान लेती हैं तेरी खामोश