दो चार पल तुमसे बातें हुई
मांगे तुम रोज़ आँखें मेरी
मांगे तुम रोज़ आँखें मेरी
हां दो चार पल तुमसे बातें हुई
मांगे तुम रोज़ आँखें मेरी
ख्वाबों में रोज़ आने लगे मेरे
क्या हो तुम मेरे
ये कैसे कहें
तू आशिकी है मेरी
तू मेरा प्यार है
हम्म तू दिलेगी है मेरी
तू मेरा प्यार है
तू आशिकी है मेरी
तू मेरा प्यार है
हो मिले तो हुए अभी चार पल हमें
खुद से ज्यादा जानते हैं आजकल तुम्हें
उमरभर से सफर में हम ठहर गए
जब से तुमसे है मिले
हम संभल गये
दिल धड़का पल भर में
सौ बार है
होने वाला है या खोया प्यार है
तू आशिकी है मेरी
तू मेरा प्यार है
तू दिलेगी है मेरी
तू मेरा प्यार है
तू आशिकी है मेरी
तू मेरा प्यार है
तू दिलेगी है मेरी
तू मेरा प्यार है