दुनिया नहीं चाहिए
तू दुनिया मेरी हमसफर
जाना है मुझको कहां
तू ही मेरा घर
सब की हैं अपनी मंजिलें
सबका है अपना सफर
हम अकेले शहर में
भटके हैं दर बदर
दुनिया नहीं चाहिए
तू दुनिया मेरी हमसफर
तू दुनिया मेरी हमसफर
जाना है मुझको कहां
तू ही मेरा घर
सब की हैं अपनी मंजिलें
सबका है अपना सफर
हम अकेले शहर में
भटके हैं दर बदर
दुनिया नहीं चाहिए
तू दुनिया मेरी हमसफर
तेरे हाथों पे मेहेंदी
मेरे नाम की हो ये अरमां है
चाहे मिले दौलतों का समंदर
हमको अब क्या करना है
तुझसे ना बिछड़े कभी
लगता है अब ये डर
कट जायेगा ये सफर
जो हमसफर मेरा है, है तू
ये सोचकर हमको नाज़ है
हां मेरा, मेरा है तू
अच्छे लगते हैं साथ हम
लग जाए ना नज़र
दुनिया नहीं चाहिए
तू दुनिया मेरी हमसफर
जाना है मुझको कहां
तू ही मेरा घर
सब की हैं अपनी मंजिलें
सबका है अपना सफर
हम अकेले शहर में
भटके हैं दर बदर
दुनिया नहीं चाहिए
तू दुनिया मेरी हमसफर