बैचेन है फ़िज़ा मेरी
हो हर नज़र, हर खबर
पे रहती निगाह मेरी
हो तुझे कैसे ये बतायें हमने क्या क्या देखा
कैसे लोगो से रिश्ते थे, कैसे थे मेरे करम
हम कही खो ना जाए ये डर है रहता
तू हाथ थाम के मेरा बस तोड़ दे भरम
सूना सा ये जहाँ
काली रातों में हम
तन्हा बैठे यहाँ
तुझसे एक ही चीज़ माँगते हैं हम
तू जाना ना पिया
मेरा तेरे बिना कोई ना यहाँ
ये दिल कह रहा
तू जाना ना पिया
छोटी सी उमर से सब है देखा
अब झेला जाए ना
तू आजा…
नही लगदा नही लगदा
नही लगदा तेरे बिन मेरा
नही लगदा नही लगदा जिया
तू आजा..
नही लगदा, नही लगदा
नही लगदा, तेरे बिन मेरा
नही लगदा, नही लगदा जिया
हो जान-ए-जान
ये है मेरी ज़िंदगी
के मुझे वो ना मिला
जिसकी मुझे थी कमी
पर अब समझ आया ये
की जीना मेरा है तुझसे ही
बस बोल नही पाए हम
पर बातें काई ना छुप सकी
अब लागे..
सुना सा ये जहाँ
काली रातों में हम
तन्हा बैठे ये यहाँ
तुझसे एक ही चीज़ माँगते हैं हम
तू जाना ना पिया
मेरा तेरे बिना कोई ना यहा
ये दिल कह रहा
तू जाना ना पिया
छोटी सी उमर से सब है देखा
अब झेला जाए ना
तू आजा..
नही लगदा, नही लगदा
नही लगदा, तेरे बिन मेरा
नही लगदा, नही लगदा जिया
तू आजा..
नही लगदा, नही लगदा
नही लगदा तेरे बिन मेरा
नही लगदा नही लगदा जिया
तू आजा तू आजा तू आजा