तुम आये हो तो
यूं लगता है
के आई है फिर जिंदगी
यूं शाम से तो
है खामोशी
महफ़िल कैसे यहाँ फिर शुरू हुई
यूं लगता है
के आई है फिर जिंदगी
यूं शाम से तो
है खामोशी
महफ़िल कैसे यहाँ फिर शुरू हुई
क्यों ये सब बदल गया है
क्या ये तुम्हें कुछ एहसास भी है
तुम आये हो तो
यूं लगता है
सांसें ले आईं फिर जिंदगी
तुम आये हो तो
यूं लगता है
के आई है फिर जिंदगी
यूं शाम से तो
है खामोशी
महफ़िल कैसे यहाँ फिर शुरू हुई
मिलते हो जब तुम
लगती है ये जिंदगी
मंजिल ना हो तो
हो तेरा साथ ही सही
है आसमान से गहरा मेरा यकीन
तुम आये हो तो
यूं लगता है
हर लम्हा है एक जिंदगी
यूं शाम से तो
है खामोशी
महफ़िल कैसे यहाँ फिर शुरू हुई
हम्म हम्म हम्म..