तुम्हें अपना बनाने की कसम
खाई है खाई है
तेरी आँखों में चाहत ही नज़र
आई है आई है
खाई है खाई है
तेरी आँखों में चाहत ही नज़र
आई है आई है
तेरी बाहों में हैं दोनों जहां मेरे
मैं कुछ भी तो नहीं दिलबर सिवा तेरे
मेरी नश नश में तू बनके लहू
समाई है समाई है
तुम्हें अपना बनाने की कसम
खाई है खाई है
तेरी आँखों में चाहत ही नज़र
आई है आई है