बेघरों ने आज तो
आसमान के गाँव में
अपना हिस्सा ले लिया
कागजों पे वक्त के
कोई जा के ये लिखे
पाँव की दरार को
पंख हमने दे दिया
एक मकसद के लिए यूँ
मर मिटे की जी गए
प्यास यूँ हद से बढ़ी हम
बादलों को पी गए
ये कहानी तो रहेगी
हम रहें या ना रहें
जिंदगी तो रहेगी
हम रहें या ना रहें
ए परिंदों देख लो
ए घटाओं देख लो
चाँद तारों देख लो
कहकशाओं देख लो
जो डराते थे हमें
वो अंधेरे खो गए
ठोकरें में जो रहे
आज ऊँचे हो गए…
ये कहानी तो रहेगी
हम रहें या ना रहें
जिंदगी तो रहेगी
हम रहें या ना रहें
हिम्मतों के सामने
वक्त को झुकना पड़ा
शेरदिल तो है वही
जो लकीरों से लड़ा..
जो कभी होना नहीं था
वो अजूबा कर दिया…
सूना था आकाश तूने
जुगनुओं से भर दिया
पर्बतों से भी है ऊँचा
हौसला तेरा
कागजों पे वक्त के
कोई जा के ये लिखे
ये कहानी तो रहेगी
हम रहें या ना रहें
जिंदगी तो रहेगी
हम रहें या ना रहें
एक मकसद के लिए यूँ
मर मिटे की जी गए
प्यास यूँ हद से बढ़ी हम
बादलों को पी गए
कागजों पे वक्त के
कोई जा के ये लिखे