खून तेरी यादों के
खून तेरी बातों के
खून तेरी शामों के
खून तेरी रातों के
खून मेरे सपनों के
खून मेरी चाहतों के
गौर से तू देख
खून लगा तेरे हाथों पे
जोहराजबीन
कोई महफ़िल नहीं जिस महफ़िल में
खून हमने थूके नहीं
जोहराजबीन
तेरे आशिक़ थे तेरे आशिक़ हैं
तेरे पैरों के जूते नहीं
जोहराजबीन
ये तू किस देवते को
बलियां चढ़ाए मेरी
पता नहीं लगता
गरदन पे वार का
तू और तेरे शहर के लोग सारे
यार बनके खून पीते हैं यार का
जान कोई मुर्दों में फूंके नहीं
हम तेरे जैसा यार छूटे नहीं
तू ही था झूठा हम झूठे नहीं
जोहराजबीन
कोई महफ़िल नहीं जिस महफ़िल में
खून हमने थूके नहीं
जोहराजबीन
तेरे आशिक़ थे तेरे आशिक़ हैं
तेरे पैरों के जूते नहीं
जोहराजबीन
आँखें फोड़ देती हैं
दिल निचोड़ देती हैं
याद तेरी दिल नहीं
हड्डियाँ तोड़ देती हैं
तू नहीं छोड़ता किसी को यहाँ
इक घर तो जानी चुड़ैल छोड़ देती हैं
उससे नहीं पता बुरी बहुत ही होती है
जिगर के आर पार छोट ही होती है
आम कोई होता तो बच जाती जिंदगी
शायर से बेवफ़ाई
मौत ही होती है
मेरे ही सांप थे
पाले सनम
मुझको ही छोड़ जाने वाले सनम
जैसे मैं टूटा कांच टूटे नहीं
जोहराजबीन
कोई महफ़िल नहीं जिस महफ़िल में
खून हमने थूके नहीं
जोहराजबीन
तेरे आशिक़ थे तेरे आशिक़ हैं
तेरे पैरों के जूते नहीं
जोहराजबीन