अर्ज लगाऊँ मैं सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम लिरिक्स Araj Lagau Main Sunate Lyrics

अर्ज लगाऊँ मैं सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम लिरिक्स Araj Lagau Main Sunate Lyrics, Krishna Bhajan by Singer :- Vishal Gupta

अर्ज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम,
तुमको सुनाकर बाबा,
तुमको सुनाकर बाबा,
मिलता आराम,
अर्ज लगाऊँ मैं, अरज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम।

दुखों ने हर ओर से घेरा है,
चारों तरफ बस दिखता अँधेरा है,
अब तो आकर राह दिखा जाओ,
मेरी बिगड़ी बात बना जाओ,
दर पे सुना है तेरे, दर पे सुना है तेरे,
बनते है काम, अरज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम।

तुम ही अगर यूँ मुख को मोड़ोगे,
ऐसा अकेला मुझको छोड़ोगे,
टूट गया हूँ तुझ बिन मैं तो श्याम,
कैसे बनेगा बिगड़ा हुआ मेरा काम,
हार गया हूँ बाबा, हार गया हूँ बाबा,
हे लखदातार, अरज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम।

अनुज ने बाबा अर्ज लगाई है,
भक्तो पे क्यों विपदा आई है,
विपदा इसकी तुम ही टालोगे,
हर संकट से तुम ही निकलोगे,
इतना उपकार करो तुम,
इतना उपकार करो तुम,
मेरे घनश्याम, अरज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम।

अर्ज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम,
तुमको सुनाकर बाबा,
तुमको सुनाकर बाबा,
मिलता आराम,
अर्ज लगाऊँ मैं, अरज लगाऊँ मैं,
सुनते नहीं क्यों मेरी श्याम।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)