बागो पहरे घूमरदार भजन लिरिक्स Bago Pahre Ghumardar Bhajan Lyrics

बागो पहरे घूमरदार भजन लिरिक्स Bago Pahre Ghumardar Bhajan Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Rajani Rajasthani.

बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार,
सांवरियो सरकार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार।

रंग बिरंगा बागा ऊपर,
गोटो चमकदारी,
बेल बूटी और मोर मंड्या है,
ऐसी कारीगारी,
की पहरे लागे जोरदार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार।

कई रकम का गजरा पहरे,
कई रकम की पगड़ी,
ई दुनिया मे श्याम धणी की,
शान है सबसे तगड़ी,
ओ देवे क़िस्मत ने संवार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार।

रूप सजीलो लागे प्यारो,
निरख निरख हरषाऊँ,
जी में आवे श्याम धणी थाने,
गोड्यां कर ले जाऊँ,
की थारी लेऊं निजर उतार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार।

आजा पास तू श्याम धणी के,
कद ना फिर पछतासी,
बात बताव चाकर मुन्ना,
बिलकुल साँची साँची,
की दुनिया बोले लखदातार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार।

बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार,
सांवरियो सरकार,
म्हारो सांवरियो सरकार,
बागो पहरे घूमरदार,
म्हारों साँवरियो सरकार। 

बागो पहरे घूमरदार भजन मीनिंग Bago Pahre Ghumardar Bhajan Meaning Khatu Shyam Ji Bhajan by Rajani Rajasthani.

बागो पहरे घूमरदार : खाटू शाम जी का बागा, फूलों का वस्त्र। बाबा खाटू श्याम जी फूलों के बागा को पहनते हैं जो घुमेरदार, लहराता हुआ है।
म्हारों साँवरियो सरकार : मेरा सांवरिया सरकार, खाटू श्याम जी हैं।
रंग बिरंगा बागा ऊपर : रंग बिरंगे बागा के ऊपर।
गोटो चमकदारी : गोटा चमकदार है। गोटा एक तरह का जरी का काम होता है।
बेल बूटी और मोर मंड्या है : उसके ऊपर गोटे से बेल बूँटे बने हुए हैं। मंड्या है से आशय है बने हुए हैं।
ऐसी कारीगारी : जरी भरी का, गोटे का ऐसा कार्य बाबा के बागा पर हुआ है।
की पहरे लागे जोरदार : बाबा पहने पर ज़ोरदार लगते हैं।
म्हारो सांवरियो सरकार : मेरे साँवरिया सरकार ऐसे हैं।
कई रकम का गजरा पहरे : कई रकम (महँगी) का गजरा बाबा पहनते हैं।
कई रकम की पगड़ी : कई रकम की बाबा के पगड़ी है।
ई दुनिया मे श्याम धणी की : इस दुनिया में बाबा धणी की। धणी -स्वामी।
शान है सबसे तगड़ी : शान सबसे तगड़ी है, निराली है।
ओ देवे क़िस्मत ने संवार : यह किस्मत को संवार देती है।
म्हारो सांवरियो सरकार : ऐसे मेरे सांवरिया सरकार हैं।
रूप सजीलो लागे प्यारो बाबा का रूप सजीला है जो प्यारा लगता है।
निरख निरख हरषाऊँ : मैं बाबा के रूप को देखकर मन ही मन खुश होती हूँ।
जी में आवे श्याम धणी थाने : मेरे मन में आता है की श्याम धणी आपको। थाने आपको।
गोड्यां कर ले जाऊँ : आपको गोदी में उठा लूँ।
की थारी लेऊं निजर उतार : आपको किसी की नजर ना लगे, आपकी नजर उतार लूँ।
म्हारो सांवरियो सरकार : मेरे साँवरिया सरकार।
आजा पास तू श्याम धणी के कद ना फिर पछतासी : जो श्याम धणी के दर चले जाते हैं वे फिर कभी नहीं पछताते हैं।
बात बताव चाकर मुन्ना बिलकुल साँची साँची : यह बात मुन्ना (लेखक अशोक शर्मा) बिलकुल सही सही बताते हैं।
की दुनिया बोले लखदातार : बाबा को दुनिया लखदातार कहती है।