जो हुआ मुझे तुझसे इश्क वो रूहानी है
हो हुस्न की तेरे यारा दुनिया ये दीवानी है
जो हुआ मुझे तुझसे इश्क वो रूहानी है
अदब से सलाम किया मैंने हाथ उठा कर के
पलके झुका करके तू जवाब दे कभी
ओ मेरी ज़ोहरा जबी ओ मेरी ज़ोहरा जबी
मैंने कोई तुझसा हसी कभी देखा ही नहीं
ओ मेरी ज़ोहरा जबी ओ मेरी ज़ोहरा जबी
मैंने कोई तुझसा हसी कभी देखा ही नहीं
ज़ोहरा ज़ोहरा ज़ोहरा मुझको खींचे तेरा ओरा
जाना कैसा सा डाला डोरा ज़ोहरा ज़ोहरा ज़ोहरा जा
तू मेरी ज़ोहरा ज़ोहरा ज़ोहरा मुझको खींचे तेरा ओरा
जाना कैसा सा डाला डोरा ज़ोहरा ज़ोहरा ज़ोहरा जा
तेरी आंखों ने बोला इरशाद
तो मैं भी हुआ फिर स्टार्ट
इन बालकों का उस्ताद पर तेरे आगे करूं फरियाद
सोहरा सबिन तुझसा हसीन तेरे लिए लिखु शायरी
तू जादूगरी तू होर परी बस मेरे लिए बनी
बेबी जो तेरी अदाए तुझ पे कुर्बान हुआ मैं
जरा बहके मेरे अरमा जरा बेईमान हुआ मैं
तेरे होठों का तबस्सुम मुझे दीवाना बनाए
तेरे रुखसार की रंगत तो मेरे होश उड़ाए
आती जाती सांसों में तेरी ही रवानी है
तेरी ही बदौलत अब मेरी जिंदगानी है
तेरे रास्ते में ये दिल बिछा के रखा है
तू करे इशारा तो दे तू जान भी
ओ मेरी ज़ोहरा जबी ओ मेरी ज़ोहरा जबी
जहां से गुजरे है तू करे सलाम सभी
ओ मेरी ज़ोहरा जबी ओ मेरी ज़ोहरा जबी
मैंने कोई तुझसा हसी कभी देखा ही नहीं