तू साथ है जो हर मोड़ पे तो
फिर रास्तों की क्या फ़िक्र
मंज़ूर यारा हर धूप-छाँव
तू जो है मेरी हमसफ़र
फिर रास्तों की क्या फ़िक्र
मंज़ूर यारा हर धूप-छाँव
तू जो है मेरी हमसफ़र
मुस्कुराने की मेरी तू ही तो है एक वजह
तेरी मौजूदगी है दिल में धड़कन की तरह
हमनवा मेरे
तू है तो मेरी साँसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगी तेरे बिना
हमनवा मेरे
तू है तो मेरी साँसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगी तेरे बिना
तू ही मुहाफ़िज़ है ओ यारा
तू ही मेरा मरहम
ओ दरवाज़े पे ही रोक ले तू
मिलने जो आए ग़म
ख़ौफ़ अन्होनियों का
अब तो रत्ती भर नहीं
तेरे होते किसी का
मुझको कोई डर नहीं
हमनवा मेरे
तू है तो मेरी साँसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगी तेरे बिना
हमनवा मेरे
तू है तो मेरी साँसें चलें
बता दे कैसे मैं जियूँगी तेरे बिना