म्हाने हिचकी आवे भजन लिरिक्स मीनिंग Mhane Hichaki Aave Lyrics Meaning

म्हाने हिचकी आवे भजन लिरिक्स मीनिंग Mhane Hichaki Aave Lyrics Meaning, Khatu Shyam Ji Bhajan by Vivek Sharma.

म्हाने हिचकी आवे,
छाजे पर बोले काळो कागळो,
म्हानें श्याम बुलावे,
याद करे है म्हारों साँवरो।

सोऊँ तो सुपने दिखे जी,
कोई बजा रहयो है चंग,
भगतां सागे मिल रहयो,
कोई उड़ा रहयो है रंग,
फागणियों आग्यो,
झाला देवे है म्हारो साँवरो,
म्हानें श्याम बुलावे,
याद करे है म्हारों साँवरो।

काम करुं तो मन ना लगे जी,
म्हारो जीवड़ो उमड़यो जाए,
यूँ लागे सांवरियो म्हाने,
बगल खड़्यो मुस्काय,
म्हाने कुछ ना भावे,
जाऊँ जठे ही दिखे साँवरो,
म्हानें श्याम बुलावे,
याद करे है म्हारों साँवरो।

काली कोसा बस रहयो जी,
म्हारे मनड़े रो चितचोर,
पंख नहीं तो उड़ जावती,
मैं सारा बंधन तोड़,
म्हारी सुध बिसराई,
नैन मिला के म्हासे साँवरो,
म्हानें श्याम बुलावे,
याद करे है म्हारों साँवरो।

दिल को तार मिल्यो दिल से,
तो श्याम हुया आधीन,
हो घुड़ले असवार,
आयो मन को मीत,
म्हारी प्रीत पिछाणी,
मिलने आयो है म्हासे साँवरो,
म्हानें श्याम बुलावे,
याद करे है म्हारों साँवरो।

म्हाने हिचकी आवे,
छाजे पर बोले काळो कागळो,
म्हानें श्याम बुलावे,
याद करे है म्हारों साँवरो। 

म्हाने हिचकी आवे खाटू श्याम जी भजन मीनिंग हिंदी Mhane Hichaki Aave Lyrics Meaning Hindi

म्हाने हिचकी आवे : मुझे हिचकी आ रही है /हिचकी आना से आशय है याद आना, किसी की याद सताना।
छाजे पर बोले काळो कागळो : मुंडेर पर काला कौवा बोल रहा है।  छाजे-मुंडेर पर। कागळो -कौवा।
सोऊँ तो सुपने दिखे जी, कोई बजा रहयो है चंग : सोने के उपरान्त सपने में मुझे ऐसा दिखता है मानो कोई चंग बजा रहा हो। चंग-एक तरह का ढोल जिसे फागण के गीतों में बजाया जाता है।
भगतां सागे मिल रहयो, कोई उड़ा रहयो है रंग : कोई भक्तों के साथ मिलकर रंग उड़ा रहा है।
फागणियों आग्यो : फांगण (गाल्गुन माह) आ गया है।
झाला देवे है म्हारो साँवरो : मुझे मेरे श्याम इशारा करके बुला रहे हैं। झाला-इशारा करके अपनी तरफ बुलाना।
काम करुं तो मन ना लगे जी, म्हारो जीवड़ो उमड़यो जाए : काम में मेरा जी नहीं लगता है और मेरा दिल भर भर आता है। जीवड़ो-दिल/हृदय।
बगल खड़्यो मुस्काय : मेरे पास में श्याम खड़ा मुस्कुरा रहा है।
म्हाने कुछ ना भावे, जाऊँ जठे ही दिखे साँवरो : मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता है और जहाँ पर जाता हूँ मुझे श्याम दीखता है। भावे-अच्छा लग्न, जठे-जहाँ।