तुम और हम चलो
खुले आसमान में भी जाएं
परिंदों से पंख
देखो कैसी है
रातें चाँद्रों सी ओढ़े तारों को
और हम गुंगुनाएं
खुले आसमान में भी जाएं
परिंदों से पंख
देखो कैसी है
रातें चाँद्रों सी ओढ़े तारों को
और हम गुंगुनाएं
ता रा ता रा ता ता रा ता रा ता
ता रा ता रा ता ता रा ता रा ता
सुनी रात बैठा चाँद
तुम और हम कुछ न कहें
लम्हें हंसे बातें करें
शिकायत भरे
जो कुछ लिखे हमने,
ज़ुल्फ़ों में छुपाए हैं
हवा लेकर उड़ चले
दिल से ना पूछे और गुंगुनाएं
ता रा ता रा ता ता रा ता रा ता
ता रा ता रा ता ता रा ता रा ता