तू जैसे दरिया Tu Jaise Dariya Lyrics in Hindi – Parth Srivastava

तेरी ही रोमें गुम माहिया तू ही है हीर मैं हूं तेरा हाणिया तेरे ही मुखड़े को देखा सारी रात तूने कहा वो सुनता रहा तू ना रहा तू डरता रहा लगे मेरी उम्र तुझे सोचा सारी रात मेरा आज भी तू तू कल मेरा मेरे दिल की राह में हक तेरा मेरी जां कभी … Read more

उलझन Uljhan Lyrics in Hindi – Parth Srivastava, Sireesha Bhagavatula

ना जाने उलझनों के पीछे क्या है बहाने दास्तां है बोलो या है फ़साने टिम टिमटी सी है ये सर्द रातें वो भी हैं यहाँ पे और उनकी बातें कुछ तो कहा, कुछ तो सुना कुछ हिल गया है मन में जो ना पता तुमको पता हमको पता दिल से दिल है बाकी फ़र्ज़ी है … Read more