शाबाश जवाना Shabash Jawaana Lyrics in Hindi – B Praak, Rahul Jain

हो रात की चादर
जितनी काली
काम दिए का
बस जलना है

ये जीत हार है
बाद की बातें
काम तेरा तो
बस लड़ना है

नीयत जब पाक है इरादे साफ़ हैं
जो होगा तेरा रब देखे तू
रब पे छोड़ दे

शाबाश
शाबाश जवाना
शाबाश जवाना

जो होगा तेरा रब देखे
तू रब पे छोड़ दे

आस ने सबको आज पुकारा
आई हाथ दिलासा
सबकी अम्बर प्यास बुझाए
बैठा खुद ही प्यासा

धूप ये जितनी
पाँव पसारे
छाँव भी निकलेगी

बात है अब
मिट्टी की बंदे सिर्फ
ज़मीन की नहीं

शाबाश
शाबाश जवाना
शाबाश जवाना

जो होगा तेरा रब देखे तू
रब पे छोड़ दे

जंग शुरू होने से पहले
जंग इन्हें लग जाएगी
किसको यार पता था तेरी
शमशीरें झुक जाएँगी

हिम्मत जब टूटी है
कैसे कोशिश भी लड़ पाएगी
छुप जा बंद घरों में तू
डर की आवाज़ तो आएगी

मिट्टी से जिस्म की
भट्टी में
पूरजोर धड़कता
सीना है

सुलगे हैं फिर से
ये अब न बुझेंगे
तूफानों में तो और जलेंगे
भड़के अंगारे

शाबाश
शाबाश जवाना
शाबाश जवाना

तूफानों में तो और जलेंगे
भड़के अंगारे
शाबाश जवाना
शाबाश जवाना

जो होगा तेरा रब देखे तू
रब पे छोड़ दे
शाबाश

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