धड़क धड़क धड़के ये दिल
तुम जो करीब आ रहे
हो ये सावन है या
फिर तुम इश्क़ बरसा रहे हो?
तुम जो करीब आ रहे
हो ये सावन है या
फिर तुम इश्क़ बरसा रहे हो?
जा रहा दिल मेरा
क्यों तुम्हारी तरफ़ इस तरह?
तूने आँखों से
क्या कह दिया?
धड़क धड़क धड़के ये दिल
तुम जो करीब आ रहे
हो ये सावन है
आख़िर तुम इश्क़ बरसा रहे हो
अभी नशा चढ़ा नहीं है —
चढ़ने दे
क्या है तेरी आँखों में
वो बढ़ने दे
अभी तो है तुझे इजाज़त दी मैंने
धीरे-धीरे
हद से आगे बढ़ने दे
आने से तेरे
बढ़ने लगी है मेरी ये बेताबियाँ
धड़क धड़क धड़के ये दिल
तुम जो करीब आ रहे
हो ये सावन है या
फिर तुम इश्क़ बरसा रहे हो?
जा रहा दिल मेरा
क्यों तुम्हारी तरफ़ इस तरह?
तूने आँखों से
क्या कह दिया?