रात बाक़ी Raat Baaki Lyrics in Hindi – Satyaprem Ki Katha

रात बाकी, रात बाकी
सजके सावर के आई धूम धाम से
धूम धाम से, धूम धाम से
जग सारा घूम आई झूम-झाम के
झूम झाम के, झूम झाम के
सजके सावरके आई धूम धाम से
धूम धाम से, धूम धाम से

आना चले आना
हाय रे फिर ना जाना
पड़ी है अभी रात बाकी
पिया जी अभी रात बाकी
करेंगे पूरी बात बाकी
पिया जी अभी रात बाकी
करेंगे पूरी बात बाकी
जाने राम जाने
आधी वो शाम जाने
चलेगी कितनी इश्कबाज़ी

पिया जी अभी रात बाकी
करेंगे पूरी बात बाकी
पिया जी अभी रात बाकी
करेंगे पूरी बात बाकी

इश्क की चली हवाएं
चुनरी सरक जाये
तूने जो देखा शर्म से मैं डूब जाऊंगी-x2
जादू चला ऐसे ज़ोर से
खीची आई बिन डोर के
सोचा ना था मैंने पहले कभी
तेरे पास आउंगी
तेरी मैं तो होने लगी आज शाम से
आज शाम से, आज शाम से
मुझको बचा लो मैं तो गई काम से
गई काम से, गई काम से
नैनों में चोरी-चोरी
हम तुम करेंगे मुलाकात बाकी
तेरे बिना है रात आधी
पड़ी है आधी रात बाकी
पिया जी अभी रात बाकी
करेंगे पूरी बात बाकी है

अरे चुनरी उड़ी ज़ोर ज़ोर से
हवा चली चारो ओर से
खीचा खीचा मैं भी तेरी ओर हो गया
दिल मेरा तेरे दिल का चोर हो गया
तू अकेली नहीं मैं भी गया काम से
गया काम से, गया काम से
मशहूर होने लगा तेरे नाम से
तेरे नाम से, तेरे नाम से
जाने राम जाने
आधी वो शाम जाने
चलेगी कितनी इश्कबाज़ी
पिया जी अभी रात..
पड़ी है अभी रात
पिया जी अभी रात बाकी
करेंगे पूरी बात बाकी

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