तेरी आदत Teri Aadat 2 Lyrics in Hindi – Abhi Dutt

तू दूर हुआ है जबसे
मन बावरा क्यूँ तरसे
राहें अगर ये जुदा थी
क्यूँ साथ था एक उमर से

तेरी आदत जो लगी है
उसे कैसे मैं भुलाऊँ
ये कहानी मेरे दर्द की
किसको जाके सुनाऊँ

तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से
तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से

तेरी तड़प में वक़्त का क़तरा
लगता है दरिया क्यूँ मुझे
शर्त बता दे या फ़िर सज़ा दे
है क्या रज़ा बयाँ कर मुझे

कैसे जुदा हो जाऊं
देखा तुझे है कुर्बत से
राहें अगर ये जुदा थी
क्यूँ साथ था एक उमर से

तेरी आदत जो लगी है
उसे कैसे मैं भुलाऊँ
ये कहानी मेरे दर्द की
किसको जाके सुनाऊँ

तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से
तू वजह है हर वजह की
बेवजह हुआ मैं अब से

तेरी आदत जो लगी है
उसे कैसे मैं भुलाऊँ
ये कहानी मेरे दर्द की
किसको जाके सुनाऊँ

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